Thursday, September 11, 2025
दीनदयाल उपाध्याय, माधवराव सिंधिया, राजेश पायलट की श्रेणी में रखे जाने के लिए आवश्यक नहीं कि आपकी हत्या ही की जाए बल्कि आपको राष्ट्रपति भी बनाया जा सकता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं उनकी...
16th May 2014 was a historic moment in Indian politics. The party that was always considered “destined to be sitting in the opposition”, the party that “didn’t have it to make it large” and the party that had stemmed...
Where does this soul go after death? Its description is found in detail in the Chandogya Upanishad of the Tandya Mahabrahman of Samaveda. There are three movements of the Jeeva described there, out of which we will...
चैत्र अमावस्या, २०७७, 12 अप्रैल, 2021 को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर के डॉ. हिन्दकेसरी सभागार में राजस्थान के एकमात्र सूर्यसिद्धान्त गणना पर आधारित पञ्चाङ्ग श्रीसर्वेश्वर जयादित्य पञ्चाङ्ग का विमोचन विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. अर्कनाथ चौधरी तथा श्रीनिम्बार्क परिषद् के...
हिन्दू धर्म में वेदान्त विचार के आधार पर पांच प्रमुख वैदिक-सम्प्रदाय हैं। 1) श्रीमदाद्य शंकराचार्य के "अद्वैत" मत पर आधारित "शांकर-सम्प्रदाय"। 2) श्रीमद् रामानुजाचार्य के "विशिष्टाद्वैत" मत पर आधारित "श्रीसम्प्रदाय"।
अभी कुछ दिन पहले ही हॉवर्ड फास्ट की पुस्तक The Naked God: The Writer and The Communist Party पढ़ा। फास्ट ने 17 वर्ष की उम्र से ही लिखना शुरू किया था और जीवन के अंत तक लिखते...
Disclaimer: Take this article in a sarcastic note. Our honorable minister of minority affairs, Mukhtar Abbas Naqvi had claimed that the percentage of minorities in government has nearly doubled in last four years...
" लयनात इति लिंगमुच्यते " जिसमे सर्व सृष्टि लय हो जाये वही लिंग है अर्थात सकल जगत लय होजाने के बाद शेष बचे वह अर्थात ब्रह्मपदार्थ। सकल शैव जगत मे परमात्मा शंकर की लिंग रूप मे उपासना की जाती है।...
विद्याधर नायपॉल - नोबेल पुरस्कार विजेता प्रखर हिन्दू विचारक कहते हैं कि जब घर में आग लग जाए तो उसे बुझाने के लिये घर से बाहर निकलना पड़ता है। घर में लगी आग की तीव्रता कितनी है इसे...
भद्रं इच्छन्तः ऋषयः स्वर्विदः, तपो दीक्षां उपसेदु: अग्रे ! ततो राष्ट्रं बलं ओजश्च जातम्, तदस्मै देवा उपसं नमन्तु !! अर्थववेद के इस मन्त्र में कहा गया है, दतिया " आत्मज्ञानी ऋषियों ने जगत का कल्याण करने की इच्छा से सृष्टि के प्रारंभ...
- Advertisement -

RECENT POSTS