Saturday, June 7, 2025
लाला की छीछी! सामान्यतया आप कढ़ी चावल का भोजन कर रहे होते हैं, तो कई बार आपके भाई बहिन मित्रों ने हंसी मजाक में उसके रूप की कल्पना किसी मिलती जुलती चीज से करके आपका मन अवश्य बिगाड़ा होगा ... और...
हिन्दू धर्म में वेदान्त विचार के आधार पर पांच प्रमुख वैदिक-सम्प्रदाय हैं। 1) श्रीमदाद्य शंकराचार्य के "अद्वैत" मत पर आधारित "शांकर-सम्प्रदाय"। 2) श्रीमद् रामानुजाचार्य के "विशिष्टाद्वैत" मत पर आधारित "श्रीसम्प्रदाय"।
लेखक:- आचार्य वासुदेव मिश्र वेद विज्ञाता यत्रौषधीः समम्मत राजानः समिताविव । विप्रः स उच्यते भिषग् रक्षोहामीवचातनः ॥ ऋग्वेदः १०-९७-६ ॥ राजा जिसप्रकार सङ्ग्राममें अपने सैनिकोंके साथ विराजते हैं, उसीप्रकार शल्यादि अष्टतन्त्रज्ञ नाडीविज्ञान विशारद जिस विद्वानपुरुष नाना प्रकारके औषधीगणेंको एकत्रकर उनके साथ प्रतिष्ठित होता है,...
Valmiki had enough described about every question we probably can have and dealt them with great detail. People who talk without even looking into what has actually happened, criticize Rama and get away from Sita's mercy. Let’s not be...
पुराणों की गाथा, भाग-2 हिन्दूओं में एक बहुत बड़ा दुष्प्रचार फैलाया गया है कि वेदव्यास कृत पुराण नवीन ग्रन्थ हैं। पुराण नाम से स्पष्ट है कि इसका सम्बन्ध पुराना से है। किसी संस्कृति को खत्म करने के लिए उसके इतिहास...
"जहाँ तक ईसाइयों का सम्बन्ध है, ऊपरी तौर से देखने वाले को तो वे नितान्त निरूपद्रवी ही नहीं वरन् मानवता के लिए प्रेम एवं सहानुभूति के मूर्तिमान स्वरूप प्रतीत होते है। उनकी वक्तृतायें 'सेवा' एवं 'मानवोद्धार' जैसे शब्दों से...
'श्रीवेदव्यास पूजापद्धति' लेखक:- पण्डित गङ्गाधर पाठक ‘वेदाद्याचार्य’ मुख्याचार्य- श्रीरामजन्मभूमिशिलापूजन, अयोध्या श्रीवृन्दावन धाम   'श्रीवेदव्यास पूजापद्धति' - ग्रन्थ परिचय व्यासाय विष्णुरूपाय व्यासरूपाय विष्णवे । नमो वै ब्रह्मनिधये वासिष्ठाय नमो नमः ॥ वेद-पुराणोक्त सनातन परम्परा में आषाढपूर्णिमा के दिन व्यासपूजा (गुरुपूजा) का विधान है, क्योंकि धर्मशास्त्रों के अनुसार...
विद्याधर नायपॉल - नोबेल पुरस्कार विजेता प्रखर हिन्दू विचारक कहते हैं कि जब घर में आग लग जाए तो उसे बुझाने के लिये घर से बाहर निकलना पड़ता है। घर में लगी आग की तीव्रता कितनी है इसे...
द्रोणाचार्य सरीखे शास्त्रज्ञ गुरु भी धर्म का तत्व नहीं समझ पाए। भीष्म पितामह जैसे धर्म सम्राट को भी धर्म का तत्व शर शैय्या पर लेटने से पहले समझ न आया। यहाँ तक कि धर्म अधर्म के नाम पर दो...
संसार भर में जगत पिता ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर पुष्कर में स्थित है। लोगों के अनुसार इस श्राप के कारण परमपिता ब्रह्मा की केवल एक जगह पूजा होती है वो है पुष्कर और हम मान भी लेते हैं। पर क्या...
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